The Duck and the Kangaroo Summary In English
Two Friends
A Duck and a Kangaroo were friends. One day the Duck made a request to the Kangaroo. It said that its life in the pond was a bore. So the Duck requested the Kangaroo to take him on his back around the world. He promised to sit quite still and say nothing but ‘Quack’.
The Kangaroo’s Objection
The Kangaroo gave a thought to the Duck’s request. He told the Duck of only one difficulty. The Duck’s feet were unpleasantly wet and cold. These wet feet could give the Kangaroo rheumatism.
The Duck’s Solution
The Duck said that he had already thought over that problem. He had bought four pairs of worsted socks. These socks fitted his web- feet neatly. To keep out the cold, the Duck had also bought a cloak. Besides, he would also smoke a cigar everyday.
A Happy Ending
At this Kangaroo happily offered to take the Duck around the world. The Duck sat at the end of the Kangaroo’s tail. They took three rounds of the world and both of them were very happy.
The Duck and the Kangaroo Summary In Hindi
दो मित्र
एक बत्तख और कंगारू मित्र थे। एक दिन बत्तख ने कंगारू से एक विनती की। उसने कहा कि तालाब के अंदर उसका जीवन बड़ा उबाऊ है। अत: बत्तख ने कंगारू से आग्रह किया कि वह उसे अपनी पीठ पर बिठा कर दुनिया की सैर करवाये। उसने वचन दिया कि वह स्थिर बैठेगा और ‘क्वेक’ के अतिरिक्त कुछ न कहेगा।
कंगारू की आपत्ति
कंगारू ने बत्तख के आग्रह पर विचार किया। उसने बत्तख को सिर्फ एक मुश्किल के बारे में बताया। बत्तख के पैर असहनीय रूप से ठंडे और गीले थे। इन गीले पैरों से कंगारू को गठिया (हड्डी के दर्द का रोग) हो जाऐगा।
बत्तख का हल
बत्तख ने कहा कि इस समस्या पर वह पहले ही विचार कर चुका था। उसने चार जोड़ी ऊनी जुराब खरीद लिए थे। उसके जाल-दार पैरों में ये जुराबें पूरी तरह फिट आते थे। ठंड से बचने के लिए बत्तख ने एक गाउन भी खरीदा था। इसके अतिरिक्त वह रोजाना एक सिगार भी पीयेगा।
सुखद अंत
इस पर कंगारू खुशी-खुशी बत्तख को संसार की सैर पर ले जाने के लिए तैयार हो गया। बत्तख कंगारू की पूँछ के सिरे पर बैठ गया। उन्होंने संसार के तीन चक्कर लगाए और दोनों बड़े खुश थे।